सतना। एकेएस के स्टूडेंट्स सीखने के लिए विभिन्न संस्थानों मे प्रैक्टिकल नॉलेज के लिए जातें है, जहां स्टूडेंट्स विषय विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में टेक्स्टबुक में पढ़ी हुई चीजों का प्रैक्टिकल करके देखते है….
इसी कड़ी में बी. टेक मैकेनिकल इंजीनियरिंग संकाय के छात्रों ने इलेक्ट्रिक लोको शेड, भिलाई की विजिट की जो कि भारत के छत्तीसगढ़ में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे क्षेत्र के भिलाई में स्थित भारतीय रेलवे के इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव के लिए लोकोमोटिव रखरखाव और मरम्मत सुविधा का प्रदर्शन करने वाला एक मोटिव पावर डिपो है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में दो इलेक्ट्रिक लोको शेडों में से एक होने के नाते इलेक्ट्रिक इंजनों के विभिन्न प्रमुख और मामूली रखरखाव कार्यक्रम यहां किए जाते हैं। इसमें 175 इंजन इकाइयों की स्वीकृत क्षमता है की शेड की स्थापना के बारे में, इसका गौरवशाली इतिहास, भारत की वृद्धि मे इसका योगदान के बारे में बताया और छात्रों ने यहां इस्तेमाल की जाने वाली नवीनतम इलेक्ट्रिक इंजन आईजीबीटी प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रिक इंजन का कार्य सिद्धांत, ट्रेनों में प्रेशर ब्रेकिंग सिस्टम, रेलवे वैगन निर्माण तकनीक के बारे मे भी जानकारी प्राप्त की….
मेकेनिकल विभागाध्यक्ष डा. पंकज श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में छात्रों को विजिट कराई गई। विजिट के दौरान वि.वि.के सहायक प्राध्यापक इंजी आलोक रंजन तिवारी और इंजी.आर, एन, शुक्ला के मार्गदर्शन में स्टूडेंट कूर्डिनेटर प्रांजल उपाध्याय और अंकित त्रिपाठी की टीम के छटवे सेमेस्टर और आदित्य सिंह के चौथे सेमेस्टर के विद्यार्थियों ने लोकोमोटिव शेड की स्थापना एवं इसके विभिन्न उत्पादों पर प्राथमिक जानकारी प्राप्त की साथ ही विजिट के दौरान महत्वपूर्ण जानकारियाँ शेड के संतराम पटेल ने छात्रों को दी, विश्वविद्यालय प्रबंधन ने स्टूडेंट्स को लगन और मेहनत से प्रैक्टिकल नॉलेज लेने की सलाह दी हैं….
(Arish Ahmed Owner At statebreak.in) Journalist🔸