सतना। एकेएस विश्वविद्यालय सतना के डिपार्टमेंट आफ माइनिंग के द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस पर एक वृहद कार्य योजना के साथ कार्यक्रम आयोजित किया गया । कार्यक्रम के दौरान यह चर्चा हुई की 2023 की थीम सॉल्यूशंस टू प्लास्टिक पॉल्यूशन थी । यह थीम प्लास्टिक प्रदूषण के समाधान पर आधारित रही ।जबकि इस साल विश्व पर्यावरण दिवस 2024 की थीम लैंड रेस्टोरेशन, डिजरटिफिकेशन और ड्राट रेसिलियंस है ।इस थीम का फोकस हमारी भूमि, भूमि बहाली, मरुस्थलीकरण और सूखे पर केंद्रित है। प्रकृति बिना मानव जीवन संभव नहीं ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि हम जैव, पेड़ पौधों, जंगलों, नदियों झीलों, भूमि, पहाड़ सबके महत्व को समझें । इस दिवस को मनाने का फैसला 1972 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा आयोजित विश्व पर्यावरण सम्मेलन में चर्चा के बाद लिया गया था ।bइसके बाद से 5 जून 1974 को पहला विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। इस पर्यावरण दिवस के मौके पर सभी विशेषज्ञों ने अपने-अपने विचार रखे । चर्चा के दौरान उन्होंने कहा की पर्यावरण का अर्थ संपूर्ण प्राकृतिक परिवेश से है जिसमें हम रहते हैं इसमें हमारे चारों ओर के सभी जीवित और निर्जीव तत्व शामिल होते हैं।
प्राकृतिक संसाधनों के दोहन और मानव जीवन शैली के लिए उनके गलत उपयोग से पर्यावरण प्रदूषण हो रहा है। दूषित पर्यावरण उन घटकों को प्रभावित करता है जो जीवन जीने के लिए आवश्यक है ऐसे में पर्यावरण की प्रति लोगों को जागरूक करने प्रकृति और पर्यावरण का महत्व समझाने के उद्देश्य से इस वर्ष पर्यावरण दिवस मनाया गया। हालांकि प्राकृतिक संसाधनों के दोहन और मानव जीवन शैली के लिए उनके गलत उपयोग से पर्यावरण प्रदूषण हो रहा है दूषित पर्यावरण घटकों को प्रभावित करता है।कार्यक्रम में मॉडल साइंस कॉलेज रीवा के प्रोफेसर आर. एन.तिवारी,माइनिंग इंजीनियरिंग से इंजीनियर आर.के.श्रीवास्तव, डीन डॉ.जी.के.प्रधान,डॉ.अनिल मित्तल और माइनिंग विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर बी.के.मिश्रा ने अपनी राय मंच के माध्यम से विश्व पर्यावरण दिवस पर रखी। कार्यक्रम बेहद सफल रहा। अंत में मुख्य अतिथि को मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।
(Arish Ahmed Owner At statebreak.in) Journalist🔸