सतना। शहर में एक अनोखा मामला सामने आया है, जहां एक दुल्हन विदाई से पहले लाल जोड़े में परीक्षा दी है, दूल्हा और दुल्हन के परिवार ने भी मिलकर शिक्षा को प्राथमिकता दी है, दूल्हे ने भी अपनी दुल्हन के लिए करीब 5 घंटे किया इंतजार….
ये मामला शहर के मारुति नगर का है, जहां के निवासी वशिष्ठ मुनि त्रिपाठी की पुत्री शिवानी त्रिपाठी का विराटनगर पतेरी सत्यनारायण पयासी के पुत्र अभिषेक पयासी से विवाह हुआ है, बारात 10 मई को धूमधाम से मारुति नगर के एक निजी पैलेस में पहुंची, जहां पर दूल्हा-दुल्हन ने सात फेरे लिए, 11 मई को सुबह दुल्हन की विदाई होनी थी, लेकिन दुल्हन का संविदा वर्ग 2 का एग्जाम था, दूल्हा और दुल्हन दोनों पक्ष के परिवार ने इस एग्जाम को देने के लिए सहमति दी, विदाई की रस्म से पहले शादी का लाल जोड़ा पहने दुल्हन सुबह करीब 7:00 बजे आदित्य महाविद्यालय पहुंची और 9:00 से 12:00 बजे तक 3 घंटे का पूरा एग्जाम दिया..
दुल्हन विदाई से पहले एग्जाम देने गई और करीब 5 घंटे से अधिक समय तक दूल्हे अभिषेक त्रिपाठी और ससुरालियों ने दुल्हन के लौटने का इंतजार किया, जब दुल्हन एग्जाम देकर वापस वैवाहिक स्थल पहुंची, उसके बाद उसकी विदाई रस्म पूरी की गई, दूल्हे का कहना है कि हमारी शादी 10 मई को हुई और 11 मई को विदाई होनी थी, पत्नी शिवानी का संविदा वर्ग 2 का 11 मई को एग्जाम था, उसके पहले हम और हमारे परिवार ने सबसे पहले शिक्षा को प्राथमिकता दी, हमारा लोगों को यह मैसेज है कि हमें घर की बेटी और बहू दोनों को शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए..
(Arish Ahmed Owner At statebreak.in) Journalist🔸