Election Special :प्रतिमा बागरी को हराकर कल्पना वर्मा ने 31 साल बाद तोड़ा था भाजपा का गढ़, क्या एक बार फिर भाजपा पर भारी पड़ेंगी विधायक कल्पना वर्मा..

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पहले तो जानिए विधायक कल्पना वर्मा के बारे में :

विधानसभा क्षेत्र- रैगांव

वर्तमान विधायक – कल्पना वर्मा

पार्टी – कांग्रेस

विधायक का टर्म- पहली बार

5 चुनावों में किसके पास रही सीट:

2021 कल्पना वर्मा –           कांग्रेस

2018 जुगल किशोर बागरी- भाजपा

2013 उषा चौधरी –           बसपा

2008 जुगल किशोर बागरी –  भाजपा

2003 जुगल किशोर बागरी –   भाजपा

5 चुनावों में इन्हें मिली हार :

2021 प्रतिमा बागरी – भाजपा

2018 कल्पना वर्मा – कांग्रेस

2013 पुष्पराज बागरी – बीजेपी

2008 उषा चौधरी – बीएसपी

2003 उषा चौधरी – बीएसपी

पिछले चुनाव का रिकॉर्ड :

विजेता को मिले वोट 72,989

निकटतम के वोट    60,699

जीत-हार का अंतर   12,290

एक्सपर्ट कमेंट :

भाजपा के पास बताने के लिए नहीं था कोई काम इसी के चलते जीती कांग्रेस, वहीं एक्सपर्ट ने कहा रैगांव विधानसभा क्षेत्र में अगर जुगल किशोर बागरी के निधन के बाद उनके परिवार में से किसी को टिकट दी जाती तो कही न कही जीत भाजपा की हो सकती थी। क्योंकि, सिंपैथी के वोट भी भाजपा के खाते में आते। लेकिन, भाजपा ने नए उम्मीदवार पर भरोसा जताकर नाजुक वक्त में एक अलग ही दांव खेला। जिसने कांग्रेस की कल्पना वर्मा को विजेता बना दिया।उमेश साहनी, समाजसेवी..

डिसाइडिंग फैक्टर :

जुगल किशोर बागरी के निधन के बाद यहां उपचुनाव की सुगबुगाहट तेज हो गई। बीजेपी समर्थकों को पूरी उम्मीद थी कि यहां जुगल किशोर बागरी के परिवार में से ही किसी को टिकट मिलेगा। लेकिन पार्टी ने बागरी परिवार के बजाय एक नए चेहरे प्रतिमा बागरी को टिकट दिया। जिस पर काफी विरोध प्रदर्शन भी हुआ जो साफ तौर पर भाजपा की हार का कारण बनता नज़र आया था..

जीत के बाद कैसे रहे कल्पना वर्मा के विकास कार्य :

जानकारी के लिए बता दे की 2021 में कल्पना वर्मा भाजपा प्रत्याशी प्रतिमा बागरी को लगभग 12,290 वोट के बड़े आंकड़े से मात दे कर रैगांव विधायक के पद पर निर्वाचित हुई थी, जिसके बाद से इन दो सालों में विधायक के रूप में निश्चित तौर पर ही कल्पना वर्मा ने अच्छे रिजल्ट्स दिए है, बता दे की जीत के बाद कल्पना वर्मा के पास अगले चुनाव के लिए 2 साल का ही वक्त था और उन्हें 2 साल में ही खुद को साबित करना था। क्युकी कल्पना वर्मा ने उपचुनाव में जीत दर्ज की थी, लेकिन बावजूद इसके कल्पना वर्मा ने दर्जनों कामों को अंजाम दिया है, बता दे की अपने विधानसभा क्षेत्र में लगातार अच्छा काम करने के साथ ही साथ कल्पना वर्मा ने अपने इलाके के लोगो के हित के लिए कई प्रदर्शन भी किए है जिसमे भूख हड़ताल जैसे कठहोर प्रदर्शन भी शामिल है..

क्या कहते है रैगांव विधानसभा के लोग :

हम लोगो ने भाजपा समेत कई पार्टियों को काम करने का मौका दिया है लेकिन बाकी सभी लोग वो काम 5 साल में भी नही करके दे सके हा, जो हमारी विधायक कल्पना वर्मा ने हमारे लिए 2 साल के छोटे समय में करके दिया है : (बाला सिंह निवासी रैगांव विधानसभा क्षेत्र..)

आज तक जो भी लोग यहां पर विधायक रहे है उन सभी लोगो ने भी वादे तो किए पर निभाने के समय पर सब साफ तौर पर मुकर गए लेकिन इस बार विधायक बनी कल्पना वर्मा ने जो वादे किए वो कही न कही निभाने का प्रयास तो किया ही है साथ ही साथ कई वादे उन्होंने निभाए भी है, और अगर हम उन्हे फिर मौका देंगे तो वो आगे भी ऐसा करेंगी हमे ऐसी उम्मीद है और एक नारी होने के नाते मैं कहना चाहती हू की कल्पना वर्मा हमारे लिए एक प्रेणना बन कर सामने आई है और उनसे हमे प्रोत्साहन भी मिलता है : (विमला सिंह निवासी रैगांव विधानसभा क्षेत्र..)

हमे कमेंट्स में बताइए कल्पना वर्मा और आने वाले चुनाव को समीकरण के बारे में, और हम आपके सबसे अच्छे कमेंट्स को अपनी इस पोस्ट पर करेंगे Pin 📌📍

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