सतना । देश के सुप्रसिद्ध शायर, कवि और गीतकार मनोज मुंतशिर भी बागेश्वर धाम के महंत पंडित धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में खड़े दिख रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि जो लोग से सनातन धर्म के खिलाफ मुखर हैं क्या वो धर्मांतरण के खिलाफ भी कभी खड़े हुए हैं। धर्मांतरण की इजाजत भारत का संविधान नहीं देता… धर्म परिवर्तन की इजाजत नहीं देता, किसी के प्रलोभन में धर्म परिवर्तन नहीं कराया जाता। बागेश्वर धाम ने धर्मान्तरण रोकने का काम किया है, शायद तकलीफ की एक वजह ये भी है। उन्होंने कहा कि चमत्कार शब्द बड़ा ऑब्जेक्टिव है। इसे देखने का अपना-अपना नजरिया है।दरअसल, मनोज सतना में नगर निगम के गौरव दिवस आयोजन में शिरकत करने के लिए आए थे। सतना आगमन का कांग्रेस ने विरोध भी किया था। मुंतशिर ने कहा मैं थोड़े दिन पहले टीवी चैनल्स पर देख रहा था कि पाकिस्तान के बड़े-बड़े जैनरल्स बड़े बड़े मेडल्स लगाकर घूम रहे हैं। मैं सोचने लगा कि भइया, इन्होंने कुल मिलाकर अपने जीवन में 4 युद्ध लड़े हैं।
उसका तो दाना पानी बंद होना ही था। कश्मीर मांगते-मांगते आज चावल मांग रहे हैं, देखिए ये हालात हो गई है।
एक इन्होंने लड़ा 65 में… एक 47 का अगर जोड़ लें… 47, 65… 71 और 99…। कुल 4 बार ये हमसे लड़े हैं… किसी दूसरे देश से लड़े ही नहीं… और चारों बार हमसे हारे तो ये मेडल्स कहाँ जीत लिए… चिड़िया उड़.. तोता उड़ खेल के..? लगाएं… आपकी फौज है… आप जानें आपका देश जाने। हुआ ये कि 6 साल पहले नोटबन्दी हमारे यहां हुई भीख आज वो मांग रहे हैं, ताज्जुब ये होता है कि नोटबन्दी जिस विचारधारा को लेकर की गई थी शायद वो सही थी। चूंकि जो देश आतंकवाद की कमाई पर पल रहा हो उसका तो बोरिया बिस्तर सिमटना ही था ।
(Arish Ahmed Owner At statebreak.in) Journalist🔸