सतना । AKS : एकेएस विश्वविद्यालय में हुआ भव्य आयोजन एकेएस विश्वविद्यालय सतना के केंद्रीय सभागार में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर एक भव्य और गरिमामई कार्यक्रम का आयोजन किया गया, कार्यक्रम में कांग्रेस विधायक कल्पना वर्मा ने मुख्य अतिथि की आसंदी से कहा की आज समाज से पुरुषवादी विशेषाधिकार विसर्जित हो रहे हैं ।
स्त्री आज पुरुषों के साथ कदमताल कर रही है और हर मोर्चे पर जीत भी रही है स्त्रियों की सोचने की क्षमता प्रतिभा आत्मविश्वास सोशल मीडिया पर प्रभाव या उपलब्धियां भी बड़ी है और स्त्री की यानी आधी आबादी की अब ज्यादा कद्र होने लगी है वर्तमान में स्त्री का महत्व उसके कार्यों के आधार पर तय हो रहा है अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस प्रसंग में नाटक का प्रस्तुतीकरण मैनेजमेंट संकाय के छात्रों ने किया जिसमें उन्होंने कल्पना और हकीकत का ऐसा सामंजस्य रचा जिसमें सभी रंग शामिल हुए जिसमें कहा गया नारी कभी ना हारी है आसमान सोने की जिद पर पड़ी सभी पर भारी है पंत पर कांटे बहुत बिछे हैं उस पर भी हमको चलना है नारी तो है शीतल झरना हरी-भरी बगिया सुंदर सृष्टि की है ।
रचना प्यारी नारी में है दुनिया सारी महिला दिवस के इस पुनीत मौके पर जनसेवा के माध्यम से अपनी नई पहचान बना रही प्रियंका बागरी भी उपस्थित रही उन्होंने कहा कि समाज के हर दायरे में नारी का सम्मान बढ़ा है जॉब और खेती के साथ-साथ आज महिलाएं पायलट बन रही है और सेना में जा रही हैं और अपनी एक नई पहचान गढ़ रही हैं देश के सर्वोच्च पद राष्ट्रपति पद पर द्रौपदी मुरमू का पहुंचना भी स्त्री शक्ति का ही द्योतक है ।
कार्यक्रम में सिविल लाइन टीआई अर्चना द्विवेदी जी ने दैनिक जीवन में महिलाओं के समक्ष आ रही परेशानियां सोशल मीडिया और थानों में पहुंच रही विविध शिकायतों का जिक्र करते हुए चर्चा की उन्होंने कहा कि अब महिलाएं मुखर होकर पुलिस और अन्य महकमों से सहायता लेकर समस्याओं से लड़ने की कोशिश कर रही हैं इस मौके पर ज्योति सोनी ने महिलाओं की दशा और बदलते हालातों पर चर्चा करते हुए कहा कि अब महिलाओं के लिए उजास के दिन आ रहे हैं और वह अपनी पसंद के क्षेत्रों में निरंतर आगे बढ़ रही हैं कला विज्ञान के साथ वाणिज्य और प्रशासन में भी महिलाओं की सहभागिता बढ़ रही है जो तारीफ के काबिल है अंत में एकेएस विश्वविद्यालय के प्रो चांसलर अनंत कुमार सोनी ने सभी मातृशक्ति को संबोधित करते हुए सारगर्भित शब्दों में कहा आप सभी को अपने सपनों को पंख लगाना है उड़ना है और किसी से नहीं डरना है ।
कार्यक्रम में एकेएस विश्वविद्यालय में कंपोस्ट यूनिट में सेवा दे रही वृद्ध महिला का सम्मान किया गया भावविभोर सम्मान से गदगद दीद्दा लोग उन्हें प्यार से बुलाते हैं इस मौके पर अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि अब लागत है हम पचे बदलित हैं ई सब बिटिया और मास्टर देखें अच्छा लागत है या विश्वविद्यालय हमरे घर जैसा है अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के इस कार्यक्रम में डॉ रेनी निगम ,डॉ अश्विनी वाउ ,फैकेल्टी सीमा द्विवेदी ,मोनू त्रिपाठी , कीर्ति समदरिया ,डॉ मधु गुप्ता ,सीनू शुक्ला उपस्थित रहे मंच संचालन करते हुए मधुलिका सिंह ने स्त्री विमर्श के विविध पहलुओं पर जानकारी दी और हर कार्यक्रम के पूर्व नारी सशक्तिकरण और अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाए जाने के विविध संदर्भों पर रुचिकर जानकारी दी ।
(Arish Ahmed Owner At statebreak.in) Journalist🔸