अब इजराइल पर भारी पड़ेगा Palestine? इस देश के Palestine के लिए आगे आने के आसार, इजराइली प्रोडक्ट्स भी हो रहे #boycott?

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इजराइल Palestine Update: आप चाहे आज दुनिया के किसी भी देश, शहर, मोहल्ले या जगह पर हो। ये बात तो ज़ाहिर है की आपने भी लगभग 2 महीने से चल रहे इजराइल Palestine वॉर के बारे में तो सुना ही होगा। इस बात में भी कोई संदेह नहीं है की आपको भी वहा बेमौत मरने वाले मासूमों की मौत पर अफसोस हुआ होगा, ये जानकारी भी आप तक पहुंच ही गई होगी की इजराइल Palestine की इस जंग में किसी ने भी किसी पर भी तरस नहीं खाया है, और बूढ़े, जवान लोगो के साथ – साथ लाखों बच्चों ने भी अपनी जान इस इजराइल Palestine वॉर में गवा दी है, जिसकी फोटो वीडियो समेत कई सबूत आपने सोशल मीडिया के माध्यम से देखे ही होंगे।

इजराइल Palestine Update : जानकारी के लिए बता दे की कुछ ही समय पहले, इजराइल पर हमास के हमले के बाद इजराइल Palestine के बीच युद्ध छिड़ गया था, दोनों तरफ से रॉकेट भी दागे गए थे, इजराइल बीते कुछ दिनों से गाजा पर लगातार हमले कर रहा था। लेकिन 8 अक्टूबर, रविवार को दोनों ने संघर्ष विराम पर सहमति व्यक्त की। इससे पहले इजराइली सेना ने कहा था कि गाजा ऑपरेशन की तैयारी एक हफ्ते तक चलेगी। वहीं कई खाड़ी देशों ने भी खुलकर हमास के हमलों को समर्थन किया है (इजराइल Palestine Update)।

इजराइल Palestine के विवाद का इतिहास पुराना:

पहले आप ये जान लीजिए की इजराइल Palestine विवाद का इतिहास काफी पुराना है। प्रथम विश्व युद्ध में ओटोमन साम्राज्य की हार के बाद, ब्रिटेन ने फिलिस्तीन पर नियंत्रण हासिल कर लिया, जिसमें यहूदी अल्पसंख्यक और अरब बहुमत रहते थे। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने ब्रिटेन को फिलिस्तीन में एक यहूदी मातृभूमि बनाने का काम सौंपा, जिससे दोनों समूहों के बीच तनाव बढ़ गया।(इजराइल Palestine Update) 1920 और 1940 के दशक में, फिलिस्तीन में यहूदी आप्रवासियों की संख्या में काफी वृद्धि हुई, क्योंकि कई यहूदी यूरोप में उत्पीड़न से भाग गए। यहूदियों और अरबों के बीच घर्षण, साथ ही ब्रिटिश शासन का प्रतिरोध तेज हो गया। 1947 में, संयुक्त राष्ट्र ने फिलिस्तीन को अलग-अलग यहूदी और अरब राज्यों में विभाजित करने के लिए मतदान किया, जिसमें यरूशलेम को अंतर्राष्ट्रीय प्रशासन के अधीन रखा गया. यहूदी नेतृत्व ने योजना को स्वीकार कर लिया, लेकिन अरब पक्ष ने इसे अस्वीकार कर दिया और इसे कभी लागू नहीं किया गया (इजराइल Palestine Update)।

पिछले कुछ वर्षों में हुई कई झड़पों:

इजराइल Palestine Update : पिछले कुछ वर्षों में, इजराइल Palestine कई झड़पों में शामिल रहे हैं, कुछ मामूली, कुछ विनाशकारी, जिसके कारण हजारों लोगों की मौत हुई। हमास को हथियार प्राप्त करने से रोकने के प्रयास में इजराइल और मिस्र ने गाजा की सीमाओं पर कड़ा नियंत्रण बनाए रखा है। इससे गाजा में मानवीय संकट पैदा हो गया है, कई लोग भोजन और पानी जैसी बुनियादी आवश्यकताओं तक पहुंचने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। गाजा और वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनियों का दावा है कि वे इजरायली कार्यों के कारण पीड़ित हैं, जैसे कि गाजा की नाकाबंदी, वेस्ट बैंक बाधा का निर्माण और फिलिस्तीनी घरों का विनाश शामिल है (इजराइल Palestine वॉर History)।

May 2021 में, इजरायली पुलिस ने यरूशलेम में अल-अक्सा मस्जिद पर छापा मारा, जो इस्लाम का तीसरा सबसे पाक स्थल है, जिससे इजरायल और हमास के बीच 11 दिनों का युद्ध शुरू हो गया, जिसमें 200 से अधिक Palestine और 10 से अधिक इजरायली मारे गए। साल 2022 में इजरायली शहरों में कई आतंकवादी हमलों के बाद, इजरायली बलों ने इजरायल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक में कम से कम 166 फिलिस्तीनियों को मार डाला(इजराइल Palestine Update)।

जानिए क्यू इजराइल को Hamas से वॉर पड़ा महंगा, हमास को खत्म करने का था टारगेट। खर्च होंगे 56000 करोड़ रुपये।

इजराइल Palestine Update : बैंक हपोआलिम के मुख्य रणनीतिकार मोदी शफरीर के मुताबिक, वर्तमान में इजरायल-हमास युद्ध के जो हालात हैं, उसे देखते हुए मोटे तौर पर ये अनुमान जताया जा सकता है कि युद्ध की लागत इजरायल के सकल घरेलू उत्पाद (Israel GDP) का कम से कम 1.5 फीसदी तक हो सकती है।

सूत्रों के अनुसार इजरायल और हमास के बीच जंग (Israel-Hamas) वॉर लगातार बढ़ती जा रही है। इस बीच न केवल इजरायल में जानमाल के साथ सार्वजनिक संपत्ति को क्षति पहुंची है, बल्कि हमास पर जवाबी हमले में गाजा पट्टी का हाल बदहाल हो गया है। खबर लिखे जाने तक इजरायल के हमले में गाजा पट्टी (Gaza Patti) में मरने वालों की संख्या बढ़कर 1354 हो गई थी। भले इस जंग में इजरायल भारी पड़ रहा है, लेकिन युद्ध से उसके बजट पर बड़ा असर दिखाई देने लगा था।

Hamas के खात्मे पर 27 अरब शेकेल का खर्च:

इजराइल Palestine Update : Hamas के खात्मे पर 27 अरब शेकेल का खर्च, दो देशों के बीच कोई भी युद्ध अर्थव्यवस्था के लिए चुनौतीपूर्ण होता है। इजरायल और हमास के बीच जारी जंग को लेकर भी अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने चेतावनी दी है कि इजराइल और हमास के बीच युद्ध (Israel-Hamas War) न केवल दो देशों की इकोनॉमी को प्रभावित करने वाला है, बल्कि इससे विश्व अर्थव्यवस्था को नई अनिश्चितता का सामना करना पड़ सकता है। टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट में इजराइल Palestine Conflict को लेकर एक आर्टिकल छापा गया है, जिसमें बैंक हापोलिम के हवाले से इस जंग में देश पर आने वाले खर्च का अनुमान लगाया गया है। (इजराइल Palestine) बैंक हापोलिम के मुताबिक, हमास के साफये में इजरायल को करीब 27 अरब इजरायली शेकेल का भारी-भारकम खर्च आया।

BHARAT के लोगो ने किया इजराइली प्रोडक्ट्स को #boycott?

जानकारी के लिए बता दे की भारत में भी Palestine के हमदर्दो की कोई खास कमी नहीं है। जिसके चलते इजराइल से संबंध रखने वाली या इजराइली होने वाली सभी कंपनियों पर भारी असर पड़ा है, भारत के कई लोगो ने Palestine पर हो रहे सरे आम अत्याचार को देखते हुए, सोशल मीडिया में भी इजरायल के खिलाफ लिखना व विरोध करना शुरू कर दिया साथ ही, #boycott इजरायली प्रोडक्ट्स की मुहीम भी शुरू करदी।

ये देश आया Palestine के समर्थन में तो इजराइल को पड़ेगा महंगा।

सूत्रों के अनुसार भारत (INDIA) के लोगो एवं कुछ जन प्रतिनिधियों के Palestine के प्रति हमदर्दी को देखते हुए, ये माना जा रहा है की भारतीय हुकूमत कही न कही Palestine के समर्थन में आगे आ सकती है, और अगर ऐसा हुआ तो भारतीय ताकत से हर कोई वाकिफ है, और साफ तौर पर ये इजराइल को काफी ज्यादा महंगा पड़ सकता है। और Palestine इजराइल पर भारी पड़ सकता है?

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