प्रकाश लालवानी केस पुलिस ने किया सॉल्व, इस वजह से की गई व्यापारी की हत्या, शिमला हिमांचल प्रदेश से आरोपी पुलिस हिरासत मे।

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सतना । दिनांक 11.04.2024 को सूचनाकर्ता जिया लालवानी पति प्रकाश लालवानी उम्र 42 वर्ष निवासी डालीबाबा पंजाबी कालोनी थाना सिटी कोतवाली सतना ने थाना आकर सूचना दी कि इनके पति प्रकाश लालवानी पिता स्व० कन्हैयालाल लालवानी उम्र 44 वर्ष नि० डालीबाबा पंजाबी कालोनी सतना इनकी बहन बबिता टेकवानी को छोडने के लिए अपनी मो.सा. हीरो सुपर स्पलेन्डर से सिन्धी कैम्प सतना गए हुए थे जो वापस नहीं आए जिस पर थाना सिटी कोतवाली सतना मे गुम इंसान क्रमांक 37/2024 कायम किया जाकर जाँच मे लिया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए गुमशुदा प्रकाश लालवानी की पता तलाश हेतु पुलिस अधीक्षक महोदय आशुतोष गुप्ता द्वारा कई टीमों का गठन किया गया एवं नगर पुलिस अधीक्षक महेन्द्र सिंह चौहान के नेतृत्व मे थाना प्रभारी सिटी कोतवाली सतना को शामिल करते हुए एसआईटी गठित की गई जिसके द्वारा लगातार प्रकाश लालवानी की पता तलाश के प्रयास किए जा रहे थे।

पुलिस की सभी टीमों एवं टेक्निकल टीम द्वारा लगातार गुमशुदा प्रकाश लालवानी की पता तलाश करते हुए शहर के लगभग 250 सीसीटीवी कैमरो की रिकार्डिंग देखी गई साथ ही क्राइम क्रिमनिल नेटवर्क सिस्टम के पोर्टल मे भी गुमशुदा प्रकाश लालवानी का पूरा डाटा फीड किया गया, दूरदर्शन, आकाशवाणी एवं सोशल मीडिया मे भी जानकारी भेजी जाकर गजट प्रकाशन कराया गया है, देश भर के पुलिस अधीक्षको को गुमशुदा प्रकाश लालवानी के हुलिया, मोटर सायकल आदि जानकारी मेल की गई है, गुमशुदा प्रकाश लालवानी के मोबाईल के काल डिटेल, गुमशुदा के बैंक अकाउंट के लेनदेन, गुमशुदा प्रकाश लालवानी के परिजनो से भी समय – समय पर चर्चा की जाकर उनके द्वारा बताए गए बिन्दुओ पर तस्दीक की गई। गुमशुदा प्रकाश लालवानी की तलाश हेतु अलग अलग टीमे उत्तर प्रदेश, पंजाब, दिल्ली, हिमांचल प्रदेश एवं बिहार में भेजी गई थी। लगातार सभी टीमों द्वारा प्राप्त जानकारी के आधार पर अलग अलग पहलुओ को दृष्टिगत रखते हुए संदेह के आधार पर। पृथक पृथक मुखबिर लगाए गए साथ ही गुमशुदा की तलाश हेतु पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा ईनाम की उ‌द्घोषणा भी की गई।

घटना का खुलासा:

मामले में गठित टीमों द्वारा लगाए गए मुखबिरों से प्राप्त अहम जानकारी के आधार पर एक महत्वपूर्ण तथ्य यह सामने आया की पतेरी निवासी संदीप गौतम गुमशुदा प्रकाश लालवानी के साथ उठता बैठता देखा गया था और सूत्रों से पता चला की ये दोनों आपस मे दोस्त थे और कुछ लोगो ने यह अहम जानकारी दी की घटना दिनांक को संदीप गौतम एवं प्रकाश लालवानी बगहा बाय पास तरफ साथ में भी देखे गए थे। जिसकी तस्दीक के दौरान पता चला की काफी लंबे समय से संदीप गौतम गायब है। जिससे पुलिस का शक उस पर गहराया की हो ना हो कुछ तो बात है जो इतने दिनों से गायब है। जिसकी पता तलाश हेतु गठित विशेष टीमों द्वारा संदेही संदीप गौतम को काफी प्रयास कर शिमला हिमांचल प्रदेश से दस्तयाब कर पूछताछ हेतु अभिरक्षा में लेकर सतना लाया गया।संदेही संदीप गौतम से मनोवैज्ञानिक पूछताछ के दौरान उसने यह बात बताई कि वह कर्ज में डूबा हुआ था और मानसिक रूप से बहुत परेशान था इसी बीच उसकी गुमशुदा प्रकाश लालवानी से पिछले दो महीने से जान पहचान एवं दोस्ती हुई थी। काफी कर्जे में होने के कारण प्रकाश लालवानी से कई दिनों से पैसों की मांग कर रहा था। दिनांक 10/04/24 को प्रकाश लालवानी संदीप गौतम को 2.5 लाख रु बगहा बायपास में मिलकर देने के लिए बोला था।

उक्त दिनांक को समय लगभग रात्रि 08 बजे के करीब बगहा बायपास में प्रकाश लालवानी की संदीप गौतम से मुलाकात हुई। जहा पर प्रकाश लालवानी ने संदीप गौतम को पैसे देने से साफ इनकार कर दिया जिस पर दोनों का आपस में काफी वाद विवाद होने लगा जिस पर संदीप गौतम काफी गुस्से में आपा खोते हुए प्रकाश लालवानी को जमीन पर पटक कर उसके सिर पर ईंट पत्थर से कई प्रहार कर हत्या कर दिया एवं शव को बायपास के पास ही बने पुराने खंडहर मकान के सूखे टैंक में छुपा दिया एवं उसी जगह पर आस पास मौजूद मिट्टी और ईट से शव को ढकने ढकने का प्रयास किया परंतु ऊपर से देखने पर मृतक का हाथ दिखाई दे रहा था इसलिए आरोपी ने नजदीक के ढाबे से ग्रीन मैट काटकर लाया और ऊपर से शव को पूरी तरह से ढक दिया जिससे किसी को कही से कही तक यह पता ना चले की मृतक के शव को यही पर छुपाया गया है।

इसके बाद गुमशुदा की मोटरसाइकल को छुपाने के उद्देश्य से घटनास्थल से ले जाकर पन्ना जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लावारिस हालत में खड़ा कर दिया जिससे वह मोटर साइकिल किसी को ना मिल पाए क्योंकि यदि मोटर साइकिल मिल जाती तो मृतक तक पहुंचा जा सकता था। उसने बताया की पुलिस लगातार इस मामले में सक्रिय थी और इधर उधर सभी जगहों पर पूछताछ कर रही थी और उसने बताया की पुलिस सभी जगह गुमशुदा मृतक प्रकाश लालवानी की तलाश कर रही थी इसलिए उसे डर लगा कही उस तक पुलिस ना पहुंच जाए इसलिए आरोपी अपने परिवार के साथ बोरिया बिस्तर बांधकर कटनी भाग गया उसके बाद में रीवा होते हुए प्रयागराज निकल गया जहा तीन दिन रुककर दिल्ली होते हुए शिमला पहुंच गया और वहा किराये का मकान लेकर स्थायी रूप से परिवार के साथ रहने लगा था। आरोपी ने पूर्व मे शिमला से होटल मैनेज मेंट का कोर्स किया हुआ था जिससे उसको शिमला की सम्पूर्ण जानकारी थी एवं उसे यह पूर्ण विश्वास था की पुलिस यहा तक नहीं पहुंच पाएगी।

परंतु पुलिस की सक्रियता से आरोपी संदीप गौतम को गिरफ्तार किया जाकर उसकी निशानदेही पर शव को बगहा बायपास के पास स्थित खंडहर से बरामद कर लिया गया है एवं मृतक की मोटरसाइकल को पन्ना जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से जब्त किया गया।

कार्य करने वाली पुलिस टीम:

नगर पुलिस अधीक्षक श्री महेंद्र सिंह चौहान के नेतृत्व मे थाना प्रभारी सिटी कोतवाली निरीक्षक शंखधर द्विवेदी, निरी विजय सिंह, उनि अजीत सिंह, सउनि दीपेश कुमार, सउनि विनोद रैकवार प्र आर रजनीश साकेत, आर अमित यादव, अश्लेंद्र सिंह।

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