एकेएस विश्वविद्यालय के सेंट्रल हॉल में ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव योजना के लिए कार्यक्रम, कृषि शिक्षा में व्यावहारिक ज्ञान बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम।

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सतना। एकेएस में ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव योजना के लिए कार्यक्रम रखा गया। कृषि शिक्षा में व्यावहारिक ज्ञान बढ़ाने की दिशा में यह अहम कदम है। जिसका उद्देश्य बी.एससी.(ऑनर्स) कृषि के छात्र अपने सातवें सेमेस्टर में ज्ञान प्राप्त करेंगे। कार्यक्रम में कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी संकाय के संकाय सदस्यों और छात्रों की उल्लेखनीय उपस्थिति रही।रावे कार्यक्रम बीएससी की आधारशिला है। ऑनर्स कृषि पाठ्यक्रम, 20 सप्ताह तक चलता है, जिसके दौरान छात्र ग्रामीण जीवन में कार्य सीखते हैं और व्यावहारिक फसल खेती, प्रबंधन और कृषि प्रक्रियाओं के अर्थशास्त्र में व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करने के लिए सीधे किसानों से जुड़ते हैं। यह अनुभवात्मक शिक्षण पहल सैद्धांतिक ज्ञान और वास्तविक दुनिया की कृषि प्रथाओं के बीच अंतर को पाटने के लिए डिज़ाइन की गई है।

डॉ. एस.एस. तोमर ने अपने जसंबोधन में रावे कार्यक्रम का व्यापक विवरण प्रदान किया। उन्होंने सर्वांगीण कृषि पेशेवरों को आकार देने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया जो आधुनिक कृषि की बहुमुखी चुनौतियों का समाधान करने में कुशल हैं। डॉ. तोमर ने कार्यक्रम की संरचना पर प्रकाश डाला जो छात्रों को अपने अवलोकनों और सीखों पर विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के लिए बाध्य करता है, जिससे दस्तावेज़ीकरण और चिंतनशील अभ्यास की संस्कृति को बढ़ावा मिलता है।डॉ. श्रीवास्तव ने कृषि पारिस्थितिकी तंत्र की जटिलताओं को समझने में प्रत्यक्ष अनुभव के महत्व पर जोर देते हुए इन भावनाओं को दोहराया। डॉ. त्रिपाठी ने कृषि के उभरते परिदृश्य और इस क्षेत्र को बनाए रखने और बढ़ावा देने के लिए नवीन समाधानों की तत्काल आवश्यकता के बारे में बात की। उन्होंने बताया कि देश की जीडीपी में कृषि के महत्वपूर्ण योगदान के बावजूद, इसमें उल्लेखनीय गिरावट आई है, इस क्षेत्र को फिर से जीवंत करने के लिए युवा, गतिशील दिमागों की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया गया है।

प्रो चांसलर अनंत कुमार सोनी ने अपने संबोधन में छात्रों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं और उन्हें इस अवसर का अधिकतम लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने उन्हें उनके सभी प्रयासों में विश्वविद्यालय के समर्थन का आश्वासन दिया। अनंत कुमार सोनी ने विश्वास व्यक्त किया कि कार्यक्रम छात्रों के व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा, जो उन्हें अगली पीढ़ी के कृषि साइंटिस्ट के रूप में तैयार करेगा।ओरिएंटेशन कार्यक्रम एक इंटरैक्टिव सत्र के साथ संपन्न हुआ, जिससे छात्रों को अपने प्रश्नों को व्यक्त करने का मौका मिला। संकाय सदस्यों ने मार्गदर्शन प्रदान किया, यह सुनिश्चित करते हुए कि छात्र अपनी यात्रा शुरू करने के लिए अच्छी तरह से तैयार और प्रेरित हों।

छात्रों और संकाय सदस्यों की उपस्थिति ने कृषि शिक्षा और अभ्यास को बढ़ाने के लिए सामूहिक प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। कार्यक्रम व्यावहारिक, व्यावहारिक सीखने के अनुभवों को बढ़ावा देने के लिए एकेएस विश्वविद्यालय के समर्पण का एक प्रमाण है जो छात्रों को आत्मविश्वास और सक्षमता के साथ कृषि क्षेत्र की भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करता है।कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ फैकेल्टी संतोष कुमार द्वारा किया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. एस.एस. तोमर ने की और प्रो चांसलर अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति शैक्षणिक डॉ. आर.एस. त्रिपाठी, प्रतिकुलपति विकास डॉ. हर्षवर्द्धन शामिल थे।

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