400 एकड़ जमीन पर तेलंगाना सरकार ने चलाया बुलडोजर, बेघर हुए अनगिनत जानवर, वजह जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान?

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Telangana Jungle Destroy : तेलंगाना में कांग्रेस सरकार ने हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के 400 एकड़ वन भूमि को नीलाम कर रही है, 50 एकड़ वन भूमि को तबाह कर दिया है। हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के कैंपस में बड़ी संख्या में जंगली जानवर रहते है, जिनमें हिरन, मोर, सियार, कई प्रकार के पक्षी शामिल है।हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय कैंपस की 400 एकड़ ज़मीन को जबरन अधिग्रहीत कर निजी हाथों में सौंपा जा रहा है। अचानक कैंपस में पुलिस और JCB की बाढ़ ला दी गई है। छात्र समुदाय अपने कैंपस स्पेस को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, दूसरी तरफ़ पुलिस छात्रों का दमन किए जा रही है।

Telangana Jungle Destroy : इस दौरान पक्षियों के रोने की आवाज ठीक उसी तरह आई जैसे उसका घर तोड़े जाने पर कोई इंसान रोता है। दरअसल, यह मामला तेलंगाना के हैदराबाद शहर के बीचोंबीच एक अच्छे खासे बसे इलाके गाछीबाउली के पास एक जंगल का है। दुनियाभर में विकास के नाम पेड़ों और जंगलों की अंधाधुंध कटाई हो रही है। पशु और पक्षियों के लिए जंगल घर की तरह होते हैं, जिसके उजड़ने पर इंसानों की तरह ही रोते हैं। अब सोशल मीडिया पर एक ऐसा ही मामला सामने आया है। इस वीडियो ने लोगों के दिल को झकझोर कर रख दिया है। रात के अंधेरे में कई सारे बुलडोजर जंगल की कटाई कर रहे हैं और पेड़ों से कई सारे मोर के चिल्लाने की आवाज सुनाई दे रही है।

Telangana Jungle Destroy : सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को तेलंगाना हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार को तुरंत कांचा गचीबावली जंगल का दौरा करने और 3:30 बजे तक अपनी रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया, साथ ही कोर्ट ने तेलंगाना के मुख्य सचिव को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि अगले आदेश तक जंगल में कोई भी पेड़ न काटा जाए। कोर्ट ने कहा कि वह तेलंगाना हाईकोर्ट में चल रही सुनवाई पर रोक नहीं लगा रहा है, लेकिन इस मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्यवाही जरूरी है।

Telangana Jungle Destroy : बता दे कि कई रिपोर्ट्स में इस इलाके में झीलों और खास तरह की चट्टानों के नुकसान की बात भी कही गई है, छात्रों का आरोप है कि सरकार छात्रों को गुमराह कर रही है और इस जमीन का इस्तेमाल निजी कंपनियों के हित में करना चाहती है, जानकारी के अनुसार इससे सीधे तौर पर सरकार का निजी फायदा होगा ऐसा बताया जा रहा है, हालांकि रोक लगा दी गई है।

रात के अंधेरे में चुपचाप की जा रही थी कटाई : सैकड़ों एकड़ में फैले इस जंगल की कटाई रात के अंधेरे में चुपचाप हो रही थी। कहा जा रहा है कि यहां पेड़ों की कटाई उस समय शुरू की गई, जब एक के बाद एक कई छुट्टियां थीं और हैदराबाद विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं घर चले गए थे। विश्वविद्यालय के पास ही यह हरा-भरा इलाका है और छात्र जंगल की कटाई का विरोध कर रहे थे।

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