सतना। नगर के टिकुरिया टोला गली नंबर 3 पास आयोजित श्रीमद भागवत सप्ताह यज्ञ के चौथे दिन भगवान श्रीकृष्ण बाल लीला , माखन चोरी, चीरहरण और गोवर्धन पूजा का सुंदर चित्रण किया गया। प्रधान श्रोता स्व बद्री प्रसाद गुप्ता एवं श्रीमती गीता गुप्ता सहित श्रोताओं ने कथावाचक आचार्य मूलचंद्र द्विवेदी महाराज के मुखारविन्द से भगवान कृष्ण बाल लीला, माखन चोरी व गोवर्धन पूजा की कथा का सुन्दर चित्रण सुनाया गया। महाराज ने बताया कि भगवान की अच्युत लीलाएं मानव जीवन के लिए प्रेरणा दायक हैं। भगवान श्री कृष्ण ने बचपन में अनेक लीलाएं कीं। बाल कृष्ण सभी का मन मोह लिया करते थे नटखट स्वभाव के चलते यशोदा मां के पास उनकी हर रोज शिकायत आती थी। मां उन्हें कहती थी कि प्रतिदिन तुम माखन चुरा के खाया करते हो तो वह तुरंत मुंह खोलकर मां को दिखा दिया करते थे कि मैंने माखन नहीं खाया। महाराज ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण अपनी सखाओं और गोप.ग्वालों के साथ गोवर्धन पर्वत पर गए थे।
वहां पर गोपिकाएं 56 प्रकार का भोजन रखकर नाच गाने के साथ उत्सव मना रही थी। श्री कृष्ण के पूछने पर उन्होंने बताया कि आज के ही दिन व्रषासुर को मारने वाले तथा मेघों व देवों के स्वामी इंद्र का पूजन होता है। इसे इंद्रोज यज्ञ कहते हैं। इससे प्रसन्न होकर इन्द्र ब्रज में वर्षा करते हैं जिससे प्रचुर अन्न पैदा होता है। भगवान कृष्ण ने कहा कि इन्द्र में क्या शक्ति है। उनसे अधिक शक्तिशाली तो हमारा गोवर्धन पर्वत है। इसके कारण ही वर्षा होती है अत: हमें इंद्र से बलवान गोवर्धन की पूजा करनी चाहिए। बहुत विवाद के बाद श्री कृष्ण की यह बात मानी गई और ब्रज में गोवर्धन पूजा की तैयारियां शुरू हो गई। कथा के दौरान रामेश्वर प्रसाद गुप्ता, बैद्यनाथ गुप्ता, राकेश गुप्ता , संजय गुप्ता, निधि गुप्ता और सचिन गुप्ता सहित अन्य श्रद्धालु मौजूद रहे।
(Arish Ahmed Owner At statebreak.in) Journalist🔸