सतना। एकेएस विश्वविद्यालय में दसवें विश्व योग दिवस की थीम के अनुरूप सब ने योग किया। समाज एवं सामाजिक स्वास्थ्य के लिए योग का प्रोटोकॉल के साथ विश्वविद्यालय में समस्त योग आसनों,प्राणायाम और ध्यान मुद्राओं सहित संकल्प वाचन किया गया। कार्यक्रम का प्रस्तुतीकरण निशा त्रिपाठी, दूर्वा नाग, वैष्णवी सिंह परिहार एवं कल्पना सिंह द्वारा हुआ। कार्यक्रम में सहयोग जितेंद्र सिंह,अनुराग पांडे,निभा वर्मा,अनुराधा वर्मा,पूनम तिवारी, सोनिया चौधरी इत्यादि का रहा। शांति पाठ के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। विश्वविद्यालय के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी ने कहा कि योग आधुनिक भारत की सशक्त जीवन शैली का नाम है। यदि हम रोज अपने जीवनचर्या से पैंतलीश मिनट निकाल कर योग व्यायाम करते हैं तो यह सुनिश्चित है कि व्यक्ति शारीरिक,मानसिक, आध्यात्मिक एवं आत्मिक रूप से सशक्त एवं मजबूत होगा।योग करने वाला हर व्यक्ति बीमारियों को अपने आप से कोसो दूर कर लेता है। योग कर्म का विषय है जो अभ्यास के उपरांत ही अनुभूत होता है।
भारत ही नहीं अखिल विश्व इस चीज की वैज्ञानिकता को प्रमाणित मानते हुए योग दिवस मना रहा है।योग में डिग्री, डिप्लोमा योग्यता प्राप्त करके व्यक्ति अपने जीवन को रोजगार परक बन सकता है।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी,कुलपति बी.ए.चोपडे, डॉ. दिलीप कुमार तिवारी, डॉ.गणेश प्रसाद गुप्ता एवं सुनील पांडे के साथ विश्व विद्यालय परिवार उपस्थित रहा।
(Arish Ahmed Owner At statebreak.in) Journalist🔸