सतना। धन्वन्तरि पीठ आयुष ग्राम,(ट्रस्ट सूरजकुण्ड रोड, आयुष ग्राम मार्ग, चित्रकूट में ट्रस्ट के आयुष ग्राम चिकित्सालय में एकेएस यूनिवर्सिटी, सतना एम.ए. योग के छात्र/छात्राओं ने योग का एक माह का आवासीय कर्माभ्यास प्रशिक्षण कुशलता पूर्वक पूर्ण किया। प्रशिक्षण सम्पन्न होने पर स्टूडेंट्स के लिए विदाई समारोह का आयोजन किया गया।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री सतीशचन्द्र द्विवेदी, पूर्व विक्रय कर आयुक्त बाँदा ने कहा कि एकेएस विश्वविद्यालय के योग के स्नातकोत्तर छात्राओं के प्रशिक्षण के लिए आयुष ग्राम ट्रस्ट वरदान है। आयुष ग्राम चिकित्सालय प्रमुख परिचारिका एवं योग प्रशिक्षिका कु.साधना लौहरिया ने बताया कि योग का अर्थ है जोड़ना। हमारा शरीर पंचतत्व से मिलकर बना है इसलिए योग से तात्पर्य स्वयं को पंचतत्वों से जोड़ना ही है। आयुष ग्राम गुरुकुलम् के साहित्याचार्य श्री रंजन प्रसाद शुक्ल ने भी उद्बोधन दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता आयुष ग्राम के संस्थापक आचार्य डॉ. मदनगोपाल वाजपेयी ने कहा कि आयुर्वेद चिकित्सा में शरीर, इंद्रिय, मन आत्मा को लेकर चलता है इसके अनुबन्ध को ही आयु कहा गया है। यदि पूर्ण स्वास्थ्य चाहिए तो युक्त आहार, युक्त विहार, युक्त चेष्टायें, युक्त कर्म और युक्त सोना, जागना आवश्यक है। अपनों को भी इससे लाभान्वित करें।
एकेएस. यूनिवर्सिटी, सतना के एम.ए. योग के छात्र/छात्राओं सुखदेव प्रजापति,अंकित चौबे,अनुराग पाण्डेय,अजय कुमार,कु.प्रांशु, कु.कल्पना सिंह, कु.सोनिया चौधरी, कु. प्राची साकेत, कु. रौनक मालिक, कु. पूनम साकेत आदि को एक माह का एम.ए. योग के प्रशिक्षण पूरा करने के बाद प्रमाण पत्र, रुद्राक्ष एवं रामचरितमानस की प्रति देकर सम्मानित किया गया और इसके बाद आयुष ग्राम गुरुकुलम् के प्रधानाचार्य ने उनका आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम का समापन किया। कार्यक्रम का संचालन आयुष ग्राम गुरुकुलम् के आचार्य श्री भानुप्रताप वाजपेयी ने किया।कार्यक्रम में डॉ. वेदप्रताप वाजपेयी,आलोक कुमार, गुरुकुल के प्रभारी प्रधानाचार्य शिवसागर सिंह उप प्रधानाचार्या सीमा, व आयुष ग्राम (ट्रस्ट) परिसर के समस्त आयुर्वेद नर्सिंग व फार्मेसी स्टॉफ शीलू पाण्डेय, साधना, शालू, चन्दा एवं गुरुकुलम् के छात्र मौजूद रहे।
(Arish Ahmed Owner At statebreak.in) Journalist🔸