विधि विभाग के लेखकद्वाय अल्टरनेटिव डिस्प्यूट रेसोलुशन सिस्टम इंडियाज मैकेनिजम नामक शोध पत्र के साथ हुए चर्चित….
सतना। सिंस्टो जनरल ऑफ लॉआईलॉआई के अंक में उनका शोध प्रकाशित हुआ है, यह जर्नल ओपन एक्सेस पीर रिव्यूड ब्रॉड बेस्ट जर्नल है जो अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य में विधि के क्षेत्र में मूल शोध पत्र एवं आर्टिकल इत्यादि प्रकाशित क्रिएटिव कॉमनस अटरीब्यूशन 4.0 इंटरनेशनल लाइसेंस के तहत प्रकाशित होता है, आईएस एसएन 2582, 6162 वॉल्यूम में डॉ.सुधीर कुमार जैन, डीन, विधि संकाय एवं सहायक प्राध्यापक विनय कुमार पाठक अल्टरनेटिव डिस्प्यूट रेसोलुशन सिस्टम इंडियाज मैकेनिजम नामक शोध पत्र सिंस्टो जनरल ऑफ लॉ के अंक में प्रकाशित कर पाने मे सफल हुए हैं….
जर्नल ओपन एक्सेस पीर रिव्यूड ब्रॉड बेस्ट जर्नल है, अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य में विधि के क्षेत्र में मूल शोध पत्र एवं आर्टिकल इत्यादि प्रकाशित करता है, प्रस्तुत शोधपत्र में लेखकगण ने लोक अदालत, माध्यम एवं सुलह व्यवस्था पर ध्यान केंद्रित कराते हुए यह निष्कर्ष निकाला है कि कैसे न्यायालयीन कार्यवाही से बचने के लिए न्यायालय के बाहर पक्षकार आपसी समझौते से अपने विवादों का निपटारा कर सकते हैं, क्योंकि हम सभी को यह विदित है कि आज वर्तमान समय में भारत के न्यायालयों में असंख्य वाद लंबित हैं और न्यायाधीशों की कमी भी है जिसके कारण मुकदमा लंबे समय तक लंबित रहता है ,इन्हीं समस्याओं से निजात पाने के लिए भारतीय विधि व्यवस्था में वैकल्पिक विवाद निवारण पद्धति एक अहम भूमिका निभाती है, जिसमें पक्षकार न्यायालय के बाहर किसी मध्यस्थ के माध्यम से अपने विवादों का निपटारा संतोषजनक तरीके से अपने आपसी सामंजस्य के आधार पर कर सकते हैं, आपसी सुलह और राजीनामा से कुछ विवाद जो राजीनामायोग्य हैं छोटे छोटे मामले संपत्ति संबंधी विवाद और वह विवाद जिन्हें सुलह के अधीन निपटाया जा सकता है उन विवादों को न्यायालय के बाहर ही निपटाया जा सकता है शोध पत्र को व्यापक सराहना प्राप्त हुई है….
(Arish Ahmed Owner At statebreak.in) Journalist🔸