Gurukulam School : गुरुकुलम ज्ञानोदय विद्यापीठ में छात्रों के विकास के लिए विज्ञान एवं कला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया जिसमें आधुनिक विज्ञान के साथ कला का भी अभूतपूर्व संगम देखने को मिला। हमारे गांधी जी का यह मानना था की पाठ्यक्रम में कला का अपना एक महत्व होना चाहिए।उनका मानना था कि छात्रों के मानसिक विकास में कला का सर्वाधिक योगदान होता है। गुरुकुलम में छात्रों द्वारा विभिन्न कलाकृतियों को उनके भावों को सृजनात्मक दिशा में प्रकट करने का एक सफल प्रयास किया गया। जिसमें छात्रों ने खाली कांच की शीशियों में विभिन्न प्रकार की आकृतियां बनाई , विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर पेंटिंग्स बनाएं, विभिन्न मोटिवेशनल थॉट्स पर अपने कला की छाप छोड़ी और विभिन्न तरह की कपड़ों पर कढ़ाई की, कागज से भारत की रीढ़ कहे जाने वाले गांव के परिदृश्य को दिखाने का प्रयास किया गया।
छात्रों द्वारा विभिन्न आकर्षक कलाकृतियों का प्रदर्शन कला प्रदर्शनी में किया गया एवं सभी की सभी कलाकृतियां छात्रों द्वारा निर्मित की गई शिक्षकों में गुलशन आरा आजमी,दीप्ति दासानी, स्वराली अग्रवाल, शुभम जैन, शूबी गुप्ता, रूपा मालवीय, श्रद्धा भिमनानी एवम स्वाति खंडेलवाल का अभूतपूर्व सहयोग छात्रों को प्राप्त हुआ। छात्रों को पाठ्यपुस्तक में पढ़ाई जाने वाले विभिन्न वैज्ञानिक कॉन्सेप्ट्स को वास्तविक जीवन में कैसे प्रयोग की जाना है उसे हेतु विद्यालय प्रांगण में विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन छात्रों द्वारा किया गया विज्ञान प्रदर्शनी में मुख्य आकर्षण कक्षा 11 के छात्रों द्वारा बनाया गया चंद्रयान रहा जॉकी भारत की चंद्रयान की सफलता से प्रेरित रहा छात्रों द्वारा चंद्रयान के साथ-साथ विभिन्न तरह के वैज्ञानिक मॉडल का निर्माण किया गया जिसमें विभिन्न तरह के बनाए जाने वाले पुल, खेती में जल आपूर्ति को, खून की जांच एवं स्वचालित स्ट्रीट लाइट, विभिन्न सेंस ऑर्गन्स, विभिन्न बॉडी पार्ट्स, कंप्यूटर की विभिन्न पीडिया का परिचय ,पारंपरिक नाप पद्धति, भोजन में पाए जाने वाले मिनरल्स एवं अन्य आधुनिक मॉडल का निर्माण छात्रों द्वारा पूरे जोश से किया गया। इस पूरी प्रक्रिया में छात्रों को शिक्षकों का भरपूर सहयोग मिला जिसमें शालिनी त्रिपाठी एवं सिमरन मेहरोत्रा का सहयोग सराहनीय रहा। गुरुकुलम सदैव संस्कार युक्त शिक्षा की बात करता रहा है एवं अपने प्रयासों से छात्रों को संस्कारित करने का प्रयास करता रहा है।
इस विज्ञान एवं कला प्रदर्शनी में गुरुकुलम में योग के महत्व को भी उजागर किया गया जिसमें योग की कुछ महत्वपूर्ण मुद्राओं को कुछ आसनों के महत्व को उजागर करने के लिए विभिन्न तरह के प्रोजेक्ट बनाई गई ।छात्रों के इन सभी प्रयासों की सराहना सभी आगंतुकों के द्वारा किया गया। कला एवं विज्ञान प्रदर्शनी के सफल संचालन में प्राचार्य श्री मयंक मनी द्विवेदी जी,संचालक श्री सचिन जैन जी एवं समस्त विद्यालय शिक्षक गण, छात्रों एवं लोवर स्टाफ का सहयोग प्राप्त हुआ गुरुकुलम छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना करता है।
(Arish Ahmed Owner At statebreak.in) Journalist🔸