सतना। एकेएस विश्वविद्यालय सतना के परीक्षा नियंत्रक डॉ शेखर मिश्रा और कॉमर्स विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ धीरेंद्र ओझा ने नेशनल सेमिनार में पेपर प्रजेंट किया कार्यक्रम डॉ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर में आयोजित हुआ । भारत में ग्रामीण बेरोजगारी के विविध पहलुओं को समझते हुए डॉ शेखर मिश्रा एवम डॉक्टर धीरेंद्र ओझा ने विश्लेषणात्मक नजरिए से संपूर्ण शोध पत्र प्रस्तुत किया जिसमें तथ्यों और तर्कों का समन्वय करते हुए उन्होंने विषय को रुचिकर बनाने की दिशा में भी कार्य किया दोनों ने बताया कि ग्रामीण उद्यमिता का उपयोग करते हुए भारत के गांव को समृद्ध किया जा सकता है।
जब ग्रामीण संसाधनों का बेहतर और सुनियोजित इस्तेमाल होगा सब गांव में रहने वाले लोगों का भी जीवन स्तर निश्चित रूप से सुदृढ़ होगा शोध पत्र के माध्यम से दोनों विद्वानों ने यह बताने की कोशिश की कि ग्रामीण क्षेत्र अभी भी संसाधनों के समुचित दोहन और उनके सुनियोजित उपयोग के कारण विकास से दूरी है ग्रामीण उद्यमियों को प्रौद्योगिकी का बेहतर इस्तेमाल करने की ट्रेनिंग भी प्रदान की जानी चाहिए इसी के साथ वित्त व्यवस्था के लिए होने वाली परेशानियों को दूर करने के दिशा में भी लचीलापन अपनाना चाहिए ।
जिससे वित्त और संसाधनों का समायोजन करते हुए विकास की राह सुनिश्चित की जा सके ग्रामीण उत्पादन के लिए बाजार बनाया जाए उनकी पहचान की जाए और उसी के साथ साथ विपणन का भी प्रबंधन किया जाए सरकार और गैर सरकारी संगठनों को ग्रामीणों के बीच जागरूकता लाने की दिशा में सतत प्रयास करना होगा और ग्रामीण उद्यमिता को उच्चतम स्तर तक ले जाने के लिए निरंतर प्रयास करने की आवश्यकता पर दोनों विद्वानों ने बल दिया। विद्यालय प्रबंधन ने दोनों विद्वानों के शोधपत्र के लिए शुभकामनाएं दी हैं….
(Arish Ahmed Owner At statebreak.in) Journalist🔸