AKS University : एकेएस यूनिवर्सिटी के विभिन्न संकायों में स्टूडेंट्स को विषयवार करके सीखने के लिए विभिन्न संस्थानों मे प्रैक्टिकल नॉलेज के लिए जाते है..

Loading

AKS University : एकेएस वि.वि. सतना के स्टूडेंट्स आयुध निर्माणी शिक्षण संस्थान, खमरिया, म्यूनिशंस इंडिया लिमिटेड की इकाई में ,भारत सरकार का उपक्रम,रक्षा मंत्रालय इकाई । एकेएस यूनिवर्सिटी के विभिन्न संकायों में स्टूडेंट्स को विषयवार करके सीखने के लिए विभिन्न संस्थानों मे प्रैक्टिकल नॉलेज के लिए जाते है, जहां स्टूडेंट्स विषय विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में टेक्स्टबुक में पढ़ी हुई चीजों का प्रैक्टिकल करके देखते है| इसी कड़ी में एसोशियेट डीन डा. पंकज श्रीवास्तव एवं कनिष्ठ कार्य प्रबंधक ,डा० राजेश गुप्ता, आयुध निर्माणी शिक्षण संस्थान ,के मार्गदर्शन में बी. टेक मैकेनिकल संकाय स्टूडेंट कूर्डिनेटर प्रांजल उपाध्याय और अंकित त्रिपाठी की टीम के छात्रों ने12 दिवसीय औद्योगिक प्रशिक्षण में भाग लिया आयुध निर्माणी शिक्षण संस्थान, खमरिया, म्यूनिशंस इंडिया लिमिटेड की इकाई ,भारत सरकार का उपक्रम,रक्षा मंत्रालय,की स्थापना 1 अप्रैल, 1996 को ओ.एफ. द्वारा क्षेत्रीय प्रशिक्षण संस्थान, खमरिया के रूप में की गई थी। बोर्ड, कोलकाता भारत सरकार, रक्षा उत्पादन और आपूर्ति मंत्रालय और बाद में 06 क्षेत्रीय आयुध में कार्यरत ग्रुप बी और सी कर्मचारियों के संबंध में प्रशिक्षण प्रदान करने और विकासात्मक गतिविधियों को चलाने के लिए आयुध फैक्ट्रीज इंस्टीट्यूट ऑफ लर्निंग खमरिया,जबलपुर का नाम बदल दिया गया..

AKS University : प्रशिक्षण अवधि के दौरान छात्रों को आयुध निर्माणी बोर्ड के गौरवपूर्ण इतिहास के बारे में जानने को मिला, उन्हें औद्योगिक कार्य प्रवाह, गुणवत्ता नियंत्रण तकनीकों, उद्योगों में अपनाई जाने वाली सुरक्षा प्रक्रियाओं, आईपीआर, रखरखाव प्रबंधन और इंजीनियरिंग,अग्नि सुरक्षा, मेट्रोलॉजी,सीएनसी मशीनों और उनकी प्रोग्रामिंग के बारे में भी जानने को मिला।उन्हें जबलपुर में मौजूद वाहन फैक्ट्री, गन कैरिज फैक्ट्री, ग्रे आयरन फाउंड्री जैसी विभिन्न ऑर्डिनेंस फैक्ट्री का दौरा करने का भी मौका मिला और वहां बनने वाले उत्पादों,उनकी कार्यप्रणाली एवं नवीनीकृत टेक्नोलॉजी के बारे में जानने का मौका मिला। विजिट के दौरान वि.वि. के स्टूडेंट सब-कूर्डिनेटर आदित्य सिंह एवं सम्रेंद्र सिंह और सहायक प्राध्यापक इंजी आलोक रंजन तिवारी एवं इंजी.अकरम अली भी छात्रों के साथ शामिल हुए । मेकेनिकल विभागाध्यक्ष शैलेंद्र सिंह परिहार एवं विश्वविद्यालय प्रबंधन ने स्टूडेंट्स को लगन और मेहनत से प्रैक्टिकल नॉलेज लेने की सलाह दी हैं..

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *