सतना। राष्ट्रीय कार्यशाला रिसर्च मेथोडोलॉजी एंड करंट रिसर्च ट्रेंड्स में विशेषज्ञों द्वारा उद्बोधन दिया गया एडवांसेज इन बेस्ट वॉटर ट्रीटमेंट एंड सॉलिड वेस्ट मॅनेजमेंट पर डॉ विशाल मिश्रा प्रोफेसर आईआईटी बीएचयू वाराणसी द्वारा प्रोफेसर ओ एन तिवारी सायंटिस्ट सीयूबीजीए आइएआरआई ने माइक्रो एलगी के एडवांस रिसर्च पर प्रकाश डाला। तकनीकी सत्र के अंतिम भाग में एडवाइजर टू चांसलर एकेएस यूनिवर्सिटी बी ए चोपड़े ने अपना कीनोट लेक्चर देते हुए स्टूडेंट्स को रिसर्च की बारीकियों से अवगत कराया एवं रिसर्च पेपर लिखने और उसके अध्ययन के बारे में बताया। प्रोफ़ेसर बीए चोपड़े एडवाइजर टू चांसलर एकेएस यूनिवर्सिटी ने अपने वक्तव्य में क्रिटिकल थिंकिंग द्वारा रिसर्च प्रक्रिया को बताया एवं रिसर्च स्कोर बुक लिखने के लिए प्रेरित किया।
वैलिडेटरी फंक्शन में मुख्य अतिथि प्रोफेसर ओएन तिवारी साइंटिस्ट आईएआरआई न्यू दिल्ली एवं डॉ विशाल मिश्रा आईआईटीबीएच रहे। एकेएस के वाइस चांसलर डॉ आरएस त्रिपाठी ने रिसर्च के स्तर को ऊंचा उठाने के प्रयासों के बारे में बताया। प्रोफेसर शिवेश प्रताप सिंह सेक्रेटरी नासी भोपाल चैप्टर ने अपने वक्तव्य में वर्कशॉप के सफलतम आयोजन के लिए एकेएस यूनिवर्सिटी बधाई दी एवम ऑनलाइन से ज्यादा फिजिकल वर्कशॉप के महत्त्व के बारे में बताया। विश्वविद्यालय के प्रो चांसलर इंजीनियर अनंत कुमार सोनी द्वारा ऑर्गेनाइजिंग टीम को बधाई दी गई एवं स्टूडेंट्स को रिसर्च के महत्व के बारे में बताया।
यूनिवर्सिटी के प्रो वीसी डॉक्टर हर्षवर्धन ने अपने वक्तव्य में बायो टेक्नोलॉजी विभाग को इस प्रकार के आयोजन के लिए बधाई दी और प्रतिभागियों के मूल्यांकन के लिए प्रेरित किया। प्रोफेसर नीरज वर्मा कन्वीनर ने विभिन्न विभागों से आए हुए प्रतिभागियों की संख्या से अवगत कराया। प्रोफेसर कमलेश चौरे कोकन्वीनर ने स्टूडेंट्स को रिसर्च के अनुवाद प्रक्रिया के बारे में बताया कि वह अपनी रिसर्च से प्रोडक्ट बनाकर उसे मार्केट तक लेकर आए। कार्यक्रम के ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेट्री डॉक्टर आशुतोष पांडे ने वर्कशॉप की संपूर्ण रिपोर्ट प्रस्तुत की।
समापन समारोह की अंतिम कड़ी में पार्टिसिपेंट्स को सर्टिफिकेट प्रदान किए गए। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर दीपक मिश्रा ने किया। कार्यक्रम में डॉ रश्मि सिंह कोऑर्डिनेटर भोपाल चैप्टर नासी भी उपस्थिति रही। कार्यक्रम में डॉ अश्विनी वाउ कीर्ति समदरिया डॉक्टर रेनी निगम पारस कोसे धीरेंद्र मिश्रा पीयूष कांत राय विवेक अग्निहोत्री प्रिया द्विवेदी और रामजी सिंह की भी अहम भूमिका रही ।समापन सत्र में रिसर्च स्कॉलर पीयूषकांत राय ने अपने रिसर्च एक्सपीरियंस के बारे में चर्चा की बेस्ट पार्टिसिपेंट का अवार्ड पीयूषकांत को दिया गयाप्रोफेसर जीपी रिछारिया डीन बायोटेक ने वोट ऑफ थैंक्स दिया यूनिवर्सिटी के प्रो वीसी डॉक्टर हर्षवर्धन ने अपने वक्तव्य में बायो टेक्नोलॉजी विभाग को इस प्रकार के आयोजन के लिए बधाई दी और प्रतिभागियों के मूल्यांकन के लिए प्रेरित किया। प्रोफेसर नीरज वर्मा कन्वीनर ने विभिन्न विभागों से आए हुए प्रतिभागियों की संख्या से अवगत कराया। प्रोफेसर कमलेश चौरे कोकन्वीनर ने स्टूडेंट्स को रिसर्च के अनुवाद प्रक्रिया के बारे में बताया कि वह अपनी रिसर्च से प्रोडक्ट बनाकर उसे मार्केट तक लेकर आए। प्रोफेसर ओएन तिवारी ने अपने वक्तव्य में लोकल रिसर्च गाइडेंस टीम बनाकर यहां के स्टूडेंट्स को लगातार रिसर्च के बारे में प्रशिक्षित करने के लिए कहा।
विशाल मिश्रा ने आयोजन की सराहना की एवं सभी को करंट रिसर्च के लिए अवगत किया….
(Arish Ahmed Owner At statebreak.in) Journalist🔸